- फातिमा शेख: जीवन परिचय !
- फातिमा शेख
- हाल ही में लेखक दिलीप मंडल यह दावा किया है कि भारत की पहली महिला मुस्लिम शिक्षिका फातिमा शेख का किरदार काल्पनिक है. उनका कहना है कि इस किरदार को उन्होंने ही 15 साल पहले रचा था. लेकिन कई पड़ताल बताती हैं कि फातिमा शेख का एतिहासिक दस्तावेजों में भले ही खासा जिक्र ना हो. उनके होने को खारिज करना इतना आसान ना होगा.
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फातिमा शेख: जीवन परिचय !
फातिमा शेख
फातिमा शेख का जन्म 9 जनवरी 1831 और मृत्यु अक्टूबर 1900 के आसपास हुई. फातिमाशेख के भाई उस्मान शेख ज्योतिबा फुले के मित्र थे. ज्योतिबा फुले के पिता गोविंदराव ने जब समाज के दबाव में आकर अपने बेटे (बहू द्वारा) को अछूत लड़कियों को पढ़ाने का काम बंद करने को कहा तो ज्योतिबा ने कहा, वह यह काम बंद नहीं करेंगे. तब गोविंदराव ने गुस्से में आकर उन्हें घर से निकल जाने को कह दिया.
सावित्रीबाई फुले से ऐसी हुई मुलाकात
फातिमाशेख का जन्म 9 जनवरी 1831 को पुणे के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके भाई का नाम उस्मान शेख था, जो ज्योतिबा फुले के मित्र थे। निचली जातियों के लोगों को शिक्षित करने के कारण फातिमा शेख और उनके भाई दोनों को समाज से बाहर निकाल दिया गया था। जिसके बाद दोनों भाई-बहन सावित्रीबाई फुले से मिले। उनके के साथ मिलकर फातिमा शेख ने दलित और मुस्लिम महिलाओं और बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया।