अध्याय 3 : लोकतंत्र और विविधता( नागरिक शस्त्र )
लोकतंत्र और विविधता लोकतंत्र और विविधता प्रतिस्पर्धा एवं जनसंघर्ष का अर्थ लोकतंत्र के विकास में प्रतिस्पर्धा और जनसंघर्ष का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है | जब शासक और शासन में भागीदारी चाहनेवालों अर्थात् जनता के बीच संघर्ष होता है तो ऐसी स्थिति में ही लोकतंत्र मजबूत होता है और उसका विकास … Continue reading अध्याय 3 : लोकतंत्र और विविधता( नागरिक शस्त्र )
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