Class 11 Geography NCERT Solutions in Hindi
यह अध्याय सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन और तापमान के बीच के संबंधों को समझने पर केंद्रित है। इसमें सौर विकिरण के स्रोत, पृथ्वी पर इसकी तीव्रता और वितरण का अध्ययन किया जाता है। पाठ में यह बताया गया है कि सूर्य से आने वाली ऊर्जा किस प्रकार पृथ्वी के विभिन्न हिस्सों में वितरित होती है और यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह, वायुमंडल और अंतरिक्ष के बीच कैसे संतुलित रहती है। ऊष्मा संतुलन वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से पृथ्वी अपनी ऊर्जा प्राप्त करने और उत्सर्जित करने के बीच संतुलन बनाए रखती है।
इस अध्याय में तापमान और ऊष्मा संतुलन के बीच के अंतर को भी समझाया गया है, साथ ही उन कारकों पर चर्चा की गई है जो विभिन्न क्षेत्रों में तापमान में भिन्नता का कारण बनते हैं, जैसे अक्षांश, ऊंचाई, स्थलाकृतिक प्रभाव, और समुद्र से दूरी।
इस पाठ में इन सभी भौगोलिक कारकों का पृथ्वी के जलवायु पैटर्न और मौसम पर पड़ने वाले प्रभाव का विस्तृत अध्ययन किया गया है, जो छात्रों को जलवायु परिवर्तन, मौसम विज्ञान और वैश्विक तापमान में उतार-चढ़ाव को समझने में मदद करता है।