Class 11 Geography NCERT Solutions in Hindi
भू आकृतिक प्रक्रियाएँ
यह अध्याय भू आकृतिक प्रक्रियाएँ के अध्ययन पर केंद्रित है, जिसमें पृथ्वी की सतह पर होने वाले विभिन्न प्राकृतिक परिवर्तनों का विश्लेषण किया गया है। इस अध्याय में मुख्य रूप से आंतरिक और बाह्य बलों का वर्णन किया गया है जो पृथ्वी की संरचना को प्रभावित करते हैं। आंतरिक प्रक्रियाओं में भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, और पर्वत निर्माण जैसे घटनाओं का अध्ययन किया जाता है, जबकि बाह्य प्रक्रियाओं में वायुमंडलीय, जलवायु संबंधित, और जल द्वारा होने वाली क्षरण, अपरदन और अवसादन जैसी प्रक्रियाएँ शामिल होती हैं।
यह अध्याय विद्यार्थियों को भू-आकृतिक घटनाओं के गहन वैज्ञानिक विश्लेषण में सहायता करता है और यह समझने में मदद करता है कि किस प्रकार ये प्रक्रियाएँ समय के साथ भूदृश्यों का निर्माण और परिवर्तन करती हैं। इसके अंतर्गत, विभिन्न भूदृश्य जैसे घाटियाँ, नदियाँ, पहाड़, मैदान आदि कैसे विकसित होते हैं, इसका भी विश्लेषण किया गया है। इसके साथ ही, पृथ्वी की सतह पर मानवीय हस्तक्षेप का प्रभाव और पर्यावरणीय स्थिरता का महत्व भी समझाया गया है। यह अध्याय भूगोल के प्रति रुचि विकसित करने के साथ-साथ भू-आकृति विज्ञान की बुनियादी अवधारणाओं को स्पष्ट करता है।