11th Geography HM

अध्याय-12: महासागरीय जल

Table of Contents

Class 11 Geography NCERT Solutions in Hindi

महासागरीय जल

महासागरीय जल (अध्याय-12) कक्षा 11 की भूगोल पुस्तक का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसमें महासागरों के जल से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है। इस अध्याय में महासागरीय जल के स्रोत, इसकी संरचना, भौतिक और रासायनिक गुणों को समझाया गया है। साथ ही, महासागरीय जल की लवणता, तापमान वितरण और महासागरों में होने वाली विभिन्न धाराओं के प्रकारों की भी विस्तृत जानकारी दी गई है। इसके अलावा, महासागरीय जल का मौसम और जलवायु पर पड़ने वाला प्रभाव भी अध्ययन का प्रमुख हिस्सा है।

यह अध्याय विद्यार्थियों को समुद्री जल के महत्व और मानव जीवन पर इसके प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। साथ ही, महासागरों के पारिस्थितिक तंत्र और उसमें होने वाले बदलावों के बारे में भी जागरूकता बढ़ाता है। महासागरीय जल के अध्ययन से हम प्राकृतिक आपदाओं जैसे सुनामी, चक्रवात आदि को भी बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। यह अध्याय पर्यावरण संतुलन, जलवायु परिवर्तन और समुद्री जीवन की सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस अध्याय का अध्ययन छात्रों को महासागर और जलवायु विज्ञान की व्यापक समझ देता है।

महासागरीय जल (अध्याय-12) कक्षा 11 की भूगोल पर निम्नलिखित FAQs (Frequently Asked Questions) छात्रों की समझ को और स्पष्ट करने के लिए तैयार किए गए हैं:

1. महासागरीय जल क्या है?

महासागरीय जल पृथ्वी की सतह पर मौजूद महासागरों में पाया जाने वाला पानी है। यह खारा पानी है, जिसमें विभिन्न घुले हुए लवण, खनिज और अन्य तत्व होते हैं।

2. महासागरीय जल की लवणता क्या है?

महासागरीय जल की लवणता, पानी में घुले हुए लवणों की मात्रा को दर्शाती है। सामान्यतः महासागरीय जल की लवणता 35‰ (प्रमिल) होती है, जिसका मतलब है कि 1000 ग्राम समुद्री पानी में लगभग 35 ग्राम लवण पाए जाते हैं।

3. महासागरीय धाराएँ क्या होती हैं?

महासागरीय धाराएँ महासागर के पानी के विशाल प्रवाह होते हैं, जो हवा, पृथ्वी के घूर्णन, और तापमान और लवणता के अंतर के कारण उत्पन्न होते हैं। इन्हें गर्म और ठंडी धाराओं के रूप में विभाजित किया जाता है।

4. लवणता को कौन से कारक प्रभावित करते हैं?

महासागरीय जल की लवणता को वाष्पीकरण, वर्षा, नदियों का जल, हिमनदों का पिघलना, और महासागरीय धाराएँ प्रभावित करती हैं।

5. महासागरीय जल का तापमान वितरण कैसे होता है?

महासागरीय जल का तापमान भूमध्य रेखा के पास सबसे अधिक और ध्रुवों के पास सबसे कम होता है। जल के तापमान में यह भिन्नता सूर्य की किरणों के कोण और समुद्र की गहराई के आधार पर होती है।

6. महासागरों की धाराओं का मौसम पर क्या प्रभाव पड़ता है?

महासागरीय धाराएँ पृथ्वी के विभिन्न क्षेत्रों के मौसम को प्रभावित करती हैं। गर्म धाराएँ नजदीकी क्षेत्रों को गर्म करती हैं, जबकि ठंडी धाराएँ ठंडक लाती हैं।

7. महासागरीय जल की संरचना में कौन-कौन से तत्व होते हैं?

महासागरीय जल में मुख्य रूप से सोडियम क्लोराइड (नमक), मैग्नीशियम, कैल्शियम, पोटैशियम, और सल्फेट जैसे लवण मौजूद होते हैं।

8. सागरीय जलवायु क्या होती है?

महासागरों के आस-पास के क्षेत्रों में पाई जाने वाली जलवायु को सागरीय जलवायु कहते हैं, जिसमें आमतौर पर नमी अधिक होती है और तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होता।

9. महासागरीय जल का पर्यावरण पर क्या प्रभाव है?

महासागरीय जल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह वायुमंडलीय गैसों को अवशोषित करता है और पृथ्वी की जलवायु प्रणाली को प्रभावित करता है।

10. महासागरीय जल का अध्ययन क्यों महत्वपूर्ण है?

महासागरीय जल का अध्ययन प्राकृतिक आपदाओं (जैसे सुनामी, चक्रवात), जलवायु परिवर्तन और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र की सुरक्षा के लिए जरूरी है।

Also Visit eStudyzone for English Medium Study Material

महासागरीय जल की लवणता
महासागरीय जल नोट्स
महासागरीय जल संचलन के प्रश्न उत्तर
महासागरीय परिसंचरण ncert pdf
महासागरीय धाराएं map
महासागरीय धाराएं PDF
महासागरीय धाराएं in English
महासागरीय धाराएं map pdf