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Chapter 9: समांतर चतुर्भुजों और त्रिभुजों के क्षेत्रफल

समांतर चतुर्भुजों और त्रिभुजों के क्षेत्रफल

समांतर चतुर्भुज और त्रिभुज ज्यामिति के दो प्रमुख बहुभुज हैं जिनके क्षेत्रफल निकालने के लिए विशिष्ट सूत्र और विधियाँ हैं। इनका अध्ययन गणित के क्षेत्र में विशेष महत्व रखता है क्योंकि ये आकार विभिन्न वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने में सहायता करते हैं। यहाँ हम इनके क्षेत्रफल के सूत्रों, उनकी व्युत्पत्ति, और इनसे संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।


समांतर चतुर्भुज

परिभाषा

समांतर चतुर्भुज एक ऐसा चतुर्भुज है जिसमें विपरीत भुजाएँ समांतर और समान लंबाई की होती हैं। इसके कोणों और भुजाओं की विशेषताओं के कारण इसका क्षेत्रफल निकालने के लिए एक सरल सूत्र का उपयोग किया जाता है।

क्षेत्रफल का सूत्र

समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल निम्न सूत्र से निकाला जाता है:

क्षेत्रफल=आधार×ऊँचाईक्षेत्रफल = आधार \times ऊँचाईजहाँ:

  • आधार (Base): चतुर्भुज की किसी एक भुजा को आधार माना जाता है।
  • ऊँचाई (Height): आधार के विपरीत शीर्ष बिंदु से आधार पर डाला गया लंबवत रेखा खंड।

व्युत्पत्ति

समांतर चतुर्भुज के क्षेत्रफल की व्युत्पत्ति त्रिभुज के क्षेत्रफल पर आधारित होती है। यदि समांतर चतुर्भुज को दो त्रिभुजों में विभाजित किया जाए तो दोनों त्रिभुजों का क्षेत्रफल समान होगा। इसलिए:

समांतरचतुर्भुजकाक्षेत्रफल=2×त्रिभुजकाक्षेत्रफलसमांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल = 2 \times त्रिभुज का क्षेत्रफलऔर चूंकि त्रिभुज का क्षेत्रफल 12×आधार×ऊँचाई\frac{1}{2} \times आधार \times ऊँचाई होता है, अतः:

क्षेत्रफल=आधार×ऊँचाईक्षेत्रफल = आधार \times ऊँचाई

उदाहरण

यदि एक समांतर चतुर्भुज का आधार 10 सेमी और ऊँचाई 6 सेमी है, तो उसका क्षेत्रफल:

क्षेत्रफल=10×6=60 वर्ग सेमीक्षेत्रफल = 10 \times 6 = 60 \, \text{वर्ग सेमी}

समांतर चतुर्भुज की विशेषताएँ

  1. विपरीत कोण समान होते हैं।
  2. प्रत्येक भुजाएँ समांतर और समान लंबाई की होती हैं।
  3. विकर्ण एक दूसरे को समद्विभाजित करते हैं।

त्रिभुज

परिभाषा

त्रिभुज एक ऐसा बहुभुज है जिसमें तीन भुजाएँ और तीन कोण होते हैं। यह एक सबसे सरल और आधारभूत ज्यामितीय आकृति है।

क्षेत्रफल का सूत्र

त्रिभुज का क्षेत्रफल निकालने के लिए कई सूत्र उपलब्ध हैं। सबसे सामान्य सूत्र है:

क्षेत्रफल=12×आधार×ऊँचाईक्षेत्रफल = \frac{1}{2} \times आधार \times ऊँचाई

ऊँचाई का महत्व

ऊँचाई वह लंबवत दूरी होती है जो आधार के विपरीत शीर्ष बिंदु से आधार पर डाली जाती है। ऊँचाई त्रिभुज के क्षेत्रफल की गणना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

अन्य सूत्र

त्रिभुज के क्षेत्रफल के लिए अन्य विधियाँ भी होती हैं, जैसे:

  1. हरॉन का सूत्र (Heron’s Formula): यदि त्रिभुज की तीनों भुजाएँ aa, bb, और cc ज्ञात हों, तो क्षेत्रफल:

    क्षेत्रफल=s(s−a)(s−b)(s−c)क्षेत्रफल = \sqrt{s(s-a)(s-b)(s-c)}जहाँ s=a+b+c2s = \frac{a+b+c}{2} अर्धपरिधि है।

  2. कोण आधारित सूत्र: यदि दो भुजाएँ aa और bb तथा उनके बीच का कोण θ\theta ज्ञात हो, तो:

    क्षेत्रफल=12×a×b×sin⁡(θ)क्षेत्रफल = \frac{1}{2} \times a \times b \times \sin(\theta)

उदाहरण

  1. यदि किसी त्रिभुज का आधार 8 सेमी और ऊँचाई 5 सेमी है, तो उसका क्षेत्रफल:

    क्षेत्रफल=12×8×5=20 वर्ग सेमीक्षेत्रफल = \frac{1}{2} \times 8 \times 5 = 20 \, \text{वर्ग सेमी}

  2. यदि त्रिभुज की भुजाएँ 7 सेमी, 24 सेमी, और 25 सेमी हैं, तो हरॉन का सूत्र उपयोग करें:

    s=7+24+252=28s = \frac{7+24+25}{2} = 28 क्षेत्रफल=28(28−7)(28−24)(28−25)=28×21×4×3=84 वर्ग सेमीक्षेत्रफल = \sqrt{28(28-7)(28-24)(28-25)} = \sqrt{28 \times 21 \times 4 \times 3} = 84 \, \text{वर्ग सेमी}


समांतर चतुर्भुज और त्रिभुज के बीच संबंध

  1. त्रिभुज और समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल: समांतर चतुर्भुज को एक विकर्ण द्वारा दो समान त्रिभुजों में विभाजित किया जा सकता है। अतः समांतर चतुर्भुज का क्षेत्रफल, उसमें बने किसी एक त्रिभुज के क्षेत्रफल का दोगुना होता है।
  2. एक समांतर चतुर्भुज को त्रिभुजों में विभाजित करना: विकर्णों की सहायता से समांतर चतुर्भुज को चार छोटे त्रिभुजों में भी विभाजित किया जा सकता है।
  3. त्रिभुज का उपयोग: किसी त्रिभुज का क्षेत्रफल निकालने के लिए समांतर चतुर्भुज के गुणधर्मों का उपयोग किया जा सकता है, विशेष रूप से तब जब उसकी ऊँचाई ज्ञात हो।

व्यावहारिक उपयोग

  1. इंजीनियरिंग और निर्माण: समांतर चतुर्भुज और त्रिभुज के क्षेत्रफल का उपयोग भूमि मापने, भवन निर्माण, और डिजाइन में किया जाता है।
  2. भौतिकी और खगोल विज्ञान: त्रिभुज और समांतर चतुर्भुज का उपयोग बलों, गतियों, और दिशा मापन में किया जाता है।
  3. कला और शिल्प: समांतर चतुर्भुज और त्रिभुज ज्यामितीय पैटर्न बनाने में सहायक होते हैं।

निष्कर्ष

समांतर चतुर्भुज और त्रिभुज के क्षेत्रफल का अध्ययन ज्यामिति के आधारभूत और व्यावहारिक पहलुओं को समझने में सहायक होता है। इनके क्षेत्रफल निकालने के सूत्र सरल और प्रभावी हैं, जो छात्रों और पेशेवरों दोनों के लिए उपयोगी हैं। इन आकृतियों के क्षेत्रफल के सूत्रों का सही उपयोग वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

 

Chapter 10: वृत

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