दो ध्रुवीयता का अंत (The End of Bipolarity) अध्याय का मुख्य उद्देश्य शीत युद्ध (Cold War) की समाप्ति के साथ वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में आए परिवर्तन को समझाना है। यह अध्याय 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में हुए विश्व घटनाक्रमों का विश्लेषण करता है, जिसमें सोवियत संघ का विघटन, […]
12th Polity
Chapter 3: सत्ता के समकालीन केंद्र (Contemporary Centers of Power) B1
सत्ता के समकालीन केंद्र: परिचय सत्ता के समकालीन केंद्र (Contemporary Centers of Power) अध्याय में वैश्विक राजनीति के बदलते स्वरूप और सत्ता के संतुलन का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। यह अध्याय ठंड युद्ध के बाद की परिस्थितियों पर केंद्रित है, जब द्विध्रुवीयता के अंत के बाद दुनिया में […]
Chapter 3: समकालीन दक्षिण एशिया (Contemporary South Asia) B1
समकालीन दक्षिण एशिया (Contemporary South Asia) दक्षिण एशिया, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव और अफगानिस्तान जैसे देश शामिल हैं, एक भू-राजनीतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसकी विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, और आर्थिक क्षमता इसे एक महत्वपूर्ण वैश्विक केंद्र बनाती है। “समकालीन दक्षिण एशिया” में इस क्षेत्र […]
Chapter 4: अंतर्राष्ट्रीय संगठन (International Organizations) B1
अंतर्राष्ट्रीय संगठन (International Organizations) अंतर्राष्ट्रीय संगठन समकालीन वैश्विक व्यवस्था के एक प्रमुख आधार हैं, जो देशों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देते हैं। यह संगठन अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों जैसे शांति, सुरक्षा, मानव अधिकार, पर्यावरण संरक्षण, और वैश्विक विकास से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए एक मंच प्रदान […]