एक दल के प्रभुत्व का दौर: परिचय स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत ने अपने लोकतांत्रिक स्वरूप के निर्माण की यात्रा शुरू की। इस समय एक विशिष्ट राजनीतिक परिघटना ने आकार लिया जिसे “एक दल के प्रभुत्व का दौर” कहा जाता है। यह दौर भारतीय राजनीति के प्रारंभिक वर्षों (1952-1967) में […]
12th Polity
Chapter-3: नियोजित विकास की राजनीति (Politics of Planned Development)B2
नियोजित विकास की राजनीति (Politics of Planned Development) नियोजित विकास की राजनीति” भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण विषय है, जो स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक विकास के प्रयासों से जुड़ा है। 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारत एक नए रास्ते पर चला, जहाँ नीति-निर्माताओं का […]
Chapter-4: भारत के विदेश संबंध (India’s Foreign Relations) B2
भारत के विदेश संबंध (India’s Foreign Relations) भारत के विदेश संबंध, जिसे अंग्रेजी में “India’s Foreign Relations” कहा जाता है, स्वतंत्रता के बाद भारत की विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण का एक विस्तृत अध्ययन है। 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त […]
Chapter-5: कांग्रेस प्रणाली: चुनौतियाँ व पुनर्स्थापना(B2)
कांग्रेस प्रणाली: चुनौतियाँ व पुनर्स्थापना (The Congress System: Challenges and Restoration) कांग्रेस प्रणाली: चुनौतियाँ व पुनर्स्थापना” (The Congress System: Challenges and Restoration) भारत की राजनीतिक प्रणाली में एक अहम विषय है, जो भारतीय लोकतंत्र के शुरुआती दशकों को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। आजादी के बाद […]