यह वाकई बहुत दिलचस्प है, कि बसपा द्वारा ब्राह्मण सम्मेलन जुलाई 23 से आरम्भ किया जायेगा हांलाकि इसका नेतृत्व बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा करेगें।
वास्तव में यह तो व्यवस्था को 360 डिग्री में बहन मायावती जी ने मोड़ दिया। इस देश में लम्बे समय से ब्रहाम्णों का वर्चस्व रहा है ऐसे में एक दलित नेता द्वारा ब्रहाम्णों को सुरक्षा व संरक्षण देने की बात करना शासक होने के भाव जैसा प्रतीत होता है। जिसकी कल्पना बहुजन महापुरूषों ने 108 साल पहले की थी। महामना ज्योतिवा राव, बाबा साहेब डाॅ अम्बेडकर और फिर कांशीराम जी ने इसी भावना से इस आन्दोलन को आगे बड़ाया कि ” हमें देने वाला समाज बनना है, न कि मांगने वाला ” जिसे आज बसपा सुप्रीमों मायावती जी ने पूरा किया है, यह तो बहुजनों के लिऐ बहुत ही गर्व करने वाली बात है। यह अपने आप में बहुत क्रांतिकारी खबर है,जब एक बहुजन नेता इतनी सक्षम हैं कि वह ब्राह्मणों को संरक्षण और सुरक्षा देने की बात कर रहीं है।